जी हां, पर जिस तरह से सांप बिच्छू में जहर पाया जाता है, छिपकली में जहर उस तरह से नहीं पाया जाता छिपकली का जहर न तो उसके सिर में होता है और न ही पेट में छिपकली का जहर उसकी उपरी त्वचा में होता वैसे तो छिपकली से डरने की जरूरत नहीं है,
क्योंकि छिपकली के मुंह में दांत नहीं पाए जाते जिसके कारण यह काटती नहीं है, यह अपने शिकार को चवाने के बजाय सीधा निगल जाती है, घरों में पाई जानें बाली छिपकलियों से हमें डरने की नहीं बल्कि सावधानी की जरूरत है, क्योंकि छिपकली में इतना जहर नहीं होता जो इंसान की जान ले सके पर इसके जहर से फुडप्वाइज या रिएक्शन हो सकता है, जिसकी वजह से लोगों की जान तक जा सकती है, इसीलिए भोजन, पानी, दूध, दही आदि को ढककर रखें ।
छिपकली हमारी दुश्मन नहीं बल्कि दोस्त है, क्योंकि यह हमारे घरों में निकलने वाले कीट पतंगों को खाकर अपना पेट भरते हैं।इन्हे मारें नहीं बल्कि सावधानी बरतें