इनसाइडर ट्रेडिंग क्या हैं?
सबसे पहले जवाब दिया गया: Insider trading किसे कहते हैं?
जो भी कंपनियां शेयर बाज़ार में सूचिबंध होती हैं, उन्हें अपने हर छोटे बड़े फैसले को पब्लिक को या मीडिया को बताने से पहले स्टॉक एक्सचेंज को बतानी पड़ती है। जैसे, बोर्ड मीटिंग में किन मुद्दों पर चर्चा हुई, कंपनी ने क्या नए फैसले लिए, कंपनी को किस से कितना आर्डर मिला इत्यादि। कंपनियों को इन सबके बारे में एक्सचेंज को सिर्फ बताना पड़ता है, अनुमति नहीं लेती होती।
बताना भी चाहिए क्योंकि पब्लिक का पैसा इन कंपनियों में लगा हुआ है।
स्टॉक एक्सचेंज को बताने के बाद, कंपनी यह खबरें मीडिया को बताती है। मीडिया में कंपनी के बारे में कुछ भी समाचार आने से कम्पनी के शेयर की कीमतों में बदलाव आता है।
उदहारण : किसी कंपनी को सरकार से सड़क बनाने के लिए 200 करोड़ रुपये का आर्डर मिला। अब यह खबर जैसे ही मीडिया में आएगी, कंपनी के शेयर की कीमतें एकदम से बहुत ज्यादा बढ़ जाएँगी।
लेकिन, कभी कभी स्टॉक एक्सचेंज को खबर मिलने से पहले, कंपनी के अंदर से कोई यह खबर किसी बड़े निवेशक को या ट्रेडर को लीक कर दे, तो वह निवेशक/ट्रेडर इस समाचार का फायदा उठा सकता है।
वह पहले से ही कंपनी के शेयर खरीद कर रख लेगा। क्यूंकि स्टॉक एक्सचेंज को पता चलते ही शेयर की कीमतें बढ़ने लगती हैं और मीडिया में खबर आते ही शेयर की कीमत बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
इसे इनसाइडर ट्रेडिंग कहते हैं जो की गैर कानूनी है।
जिस इंसान ने कंपनी के अंदर से खबर लीक की और जिस निवेशक को खबर लीक होने का फायदा हुआ, दोनों ही दोषी होते हैं।
पर सच्चाई यह है की दुनिया भर के शेयर बाज़ार में इनसाइडर ट्रेडिंग होती है, बहुत अधिक मात्रा में होती है। जो पकड़ा गया वह चोर।