आजकल स्मार्ट टीवी का दौर है। हम सब अपने फेवरेट प्रोग्राम्स, गेम्स सब स्मार्ट टीवी पर पसंद करते हैं। लेकिन याद रखें, हर वह डिवाइस जो इंटरनेट से कनेक्टेड है उसे हैक किया जा सकता है ।आपकी स्मार्ट टीवी में भी अगर इनबिल्ट कैमरा है तो साइबर अपराधी आपकी जासूसी बहुत आसानी से कर सकते हैं। यह कैमरा और माइक्रोफोन रीमोटली वेब ब्राउज़र के द्वारा चलाए जा सकते हैं! भारत में भी ऐसे बहुत से मामले सामने आए हैं। ज्यादातर मामलों में तो लोग शिकायत ही नहीं करते और ब्लैकमेलिंग का शिकार होते रहते हैं। लेकिन ऐसी स्थिति में आपको साइबर विशेषज्ञ की मदद ज़रूर लेनी चाहिए।
स्मार्ट टीवी की प्रयोग में कुछ सावधानियों को अपनाकर भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सकता है!अपने टीवी के सभी फीचर्स और उनके इस्तेमाल का तरीका आपको पता होना चाहिए। इसके लिए अपने टीवी के मॉडल नंबर को इंटरनेट पर सर्च करके माइक्रोफोन कैमरा और प्राइवेसी इन तीनों को सर्च में अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए।
स्मार्ट टीवी की सेटिंग्स में जाकर माइक्रोफोन के ऑलवेज आन फीचर को ऑफ दिया जाना चाहिए। इससे आपकी बातचीत नहीं सुनी जा सकती।
अगर हम कैमरा टर्न ऑफ नहीं कर सकते तो उस पर एक काली टेप , या कैमरा कवर लगा दें। यह साधारण और सबसे सरल तरीका है।
अगर आपके स्मार्ट टीवी में वाई फाई – की जगह Ethernet cord … के माध्यम से कनेक्ट करने का का आप्शन है , तो वायर्ड कनेक्शन चुनें। आपका स्मार्ट टीवी अभी भी इंटरनेट से जुड़ा होगा लेकिन, एक ईथरनेट कनेक्शन, वायरलेस कनेक्शन से कम असुरक्षित है, क्योंकि इसे हैक करना थोड़ा मुश्किल होता है।
कोई भी, कहीं से भी उठा कर पैनड्राइव अपने स्मार्ट टीवी में मत लगाएं। इसमें मालवेयर हो सकता है !
अपने टीवी और बाकी डिवाइसेज का नेटवर्क अलग ही रखें! अपने लैपटॉप कंप्यूटर या स्मार्ट फोन के नेटवर्क से बिल्कुल अलग।मुफ्त एप्स के लालच में ना पड़ें।विश्वसनीय ऐप्स इंस्टॉल करें। चाहे इसके लिए आपको कुछ भुगतान करना पड़े ।ज्यादातर इन असुरक्षित एप्स के जरिए ही आपके टीवी के सॉफ्टवेयर को हैक कर लिया जाता है और आपके टीवी का एक्सेस सीधे हैकर के पास चला जाता है । टीवी क्योंकि इंटरनेट से कनेक्टेड है इसलिए उसके फ्रंट कैमरे का इस्तेमाल भी बहुत आसानी से हो जाता है ।एक अच्छा एंटीवायरस और नियमित वायरस स्कैन आपकी मदद कर सकता है। फ़ायरफ़ॉक्स और क्रोम जैसे ब्राउज़र इस्तेमाल करें ।
आपके घर में अगर टीवी की रखरखाव के लिए कोई सहायक आता भी है तो साथ खड़े होकर काम करवाएं, उसके भरोसे ना रहें, वह आपके टीवी के साथ कोई भी छेड़छाड़ कर सकता है।
कोशिश की जानी चाहिए कि बेडरूम में स्मार्ट टीवी का उपयोग ना किया जाए, अगर किया जाए तो बहुत सावधानी के साथ ।नहीं तो इसको ऑफ ही रखा जाए। अपने निजी क्षणों को भी लैपटॉप या किसी अन्य डिवाइस पर कभी रिकॉर्ड ना करें। यह गलती अक्सर भारी पड़ती है। डिलीट कर देने पर भी ऐसी रिकॉर्डिंग्स को रिकवर किया जा सकता है।
स्मार्ट टीवी में आने वाली वॉइस रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी भी आपकी आवाज को हमेशा सुन सकती है, ज़रूरत ना होने पर आपको इसे ऑफ कर देना चाहिए।हमेशा अच्छी क्वालिटी के स्मार्ट टीवी को प्राथमिकता दें क्योंकि वह निरंतर सिक्योरिटी अपडेट्स जारी करते हैं!
जिस तरह देश में स्मार्ट टीवी की बिक्री बढ़ रही है, उसी तरह निजता का हनन होने का खतरा भी बढ़ा है, इसलिए स्वयं सावधान और सतर्क रहकर किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सकता है।