भारत के लिए बेहद गर्व की बात है कि पूरे एशिया का सबसे समृद्ध और सबसे अमीर गांव भारत के गुजरात राज्य के कच्छ जिले में है जिस गांव का नाम माधापर है।
माधापर गांव के लोगों का मुख्य पेशा खेती बारी है।
माधवपुर गांव में कुल 2000 लोगों की बस्ती है। गांव में करीब 16 बैंक है, पोस्ट ऑफिस है प्राथमिक शिक्षा से लेकर इंटर कॉलेज है ..गौशाला है
गांव में सुख सुविधाओं से युक्त हेल्थ सेंटर भी है तमाम मंदिर और कम्युनिटी हॉल भी है ।
जब आप माधवपुर गांव में प्रवेश करेंगे तभी आपको गांव का भव्य गेट ही गांव की समृद्ध ताकि कहानी कहता है..
गांव के पोस्ट ऑफिस में करीब 200 करोड़ की डिपाजिट है। वही गांव में कुल 17 बैंक हैं और हर एक बैंक में 100 करोड़ के आसपास की डिपॉजिट जमा है
वैसे मधापर एक गांव है लेकिन गांव में कई इंग्लिश मीडियम के स्कूल हैं गांव में कई शॉपिंग माल भी खुल चुके हैं..
इस गांव की सबसे खास बात यह है कि इस गांव के हर घर से दो लोग विदेशों में रहते हैं और गांव के कई परिवार पहले से ही विदेशों में सेटल हो चुके हैं। यहां के लोग ब्रिटेन अमेरिका कनाडा और केन्या में रहते हैं।
माधापर गांव के लोग भले ही विदेश में रहते हैं लेकिन अपने गांव को नहीं भूले हैं और अपने गांव में भी काफी पैसा जमा करते हैं। 1968 में ही लंदन में माधापर विलेज एसोसिएशन नामक संगठन बना और उसका कार्यालय को खोला गया ताकि ब्रिटेन में रहने वाले सभी माधापर गांव के लोग एक दूसरे से किसी न किसी सामाजिक कार्यक्रम के बहाने मिलते रहे।
गांव में भी n.r.i. लोगों ने अपना एक कार्यालय खोला है जिसके तहत में गांव के युवाओं को विदेश में नौकरी तैयारी के मौके देते रहते हैं