बॉलीवुड फिल्मों की ट्रेनों में शूटिंग से रेलवे को अच्छी खासी आमदनी प्राप्त होती है। आपने गदर, रंग दे बसंती, भाग मिल्खा भाग आदि फिल्मों में ट्रेनों में शूटिंग होते हुए देखा होगा।
खास बात यह है कि भारतीय रेलवे ने इसमें रेवाड़ी स्टीम लोको शेड का उपयोग किया है। इसी कारण इसे हेरिटेज के तौर पर संभाल के रखा गया है। अगर किसी फिल्म की शूटिंग में एक इंजन और 4 बोगियों की डिमांड हो तो रेलवे 1 दिन के लिए करीब ₹500000 लेता है।
वही कुछ दिन पहले भारतीय रेलवे ने फिल्मों की शूटिंग में इस्तेमाल होने वाले रेलवे परिसर और मालगाड़ी के लाइसेंस दर में भी बढ़ोतरी करी है।
यहां तक कि अगर किसी ट्रेन या रेलवे परिसर में फिल्म की शूटिंग हो रही है तो उस हिसाब से रेट भी तक किये थे । जिसमें एक और ए वन केटेगरी वाले स्टेशनों के लिए लाइसेंस फीस प्रतिदिन ₹100000 की दर से देने की तय की गई थी ।इसके अलावा बी वन और बी टु कैटगरी के स्टेशनों के लिए ₹50000 प्रतिदिन अदा करना होता है ।[1]
इसके अलावा अगर बिजी सीजन में इसका उपयोग किया जाता है तो 15% अतिरिक्त चार्ज भी देना होता है । वहीं फिल्म की शूटिंग के लिए 200 किलोमीटर और 5 वेगन के लिए न्यूनतम ₹426600 प्रतिदिन की दर से रकम अदा करनी होती है ।[2]
इसके अलावा इंडियन रेलवे का कहना है की शूटिंग के लिए भले कितने ही किलोमीटर मालगाड़ी ट्रेन का इस्तेमाल किया जाए लेकिन न्यूनतम 200 किलोमीटर के लिए ही रेलवे चार्ज लेता है । और अगर ट्रेन को रोका जाता है तो उसके लिए भी ₹900 प्रति घंटे की दर से रकम ली जाती है।