रजनीकांत सुपरस्टार हैं. उनके नाम से ही फिल्म बिक जाती है, लेकिन उन्होंने नियम बना रखा है कि अगर फिल्म न चले तो वह पैसा वापस कर देते हैं.
रजनीकांत के सीन पर्दे पर आने पर दर्शक उन पर सिक्के उछालते थे. कई बार एक साथ कई सिक्के पड़ने पर सिनेमाघर के पर्दे फट गए. बाद में दक्षिण भारत के सिनेमाघरों में सिक्के ले जाने पर पाबंदी लगाई गई.
रजनीकांत भले ही सुपरस्टार हैं, लेकिन असल जिंदगी में वह काफी सादगी से रहते हैं. हर फिल्म रिलीज होने के बाद वह हिमालय पर मेडिटेशन के लिए चले जाते हैं.
रजनीकांत एक ऐसे स्टार हैं जिन्होंने फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है. वह बस कंडक्टर थे और अब सुपरस्टार हैं. वह अपने पुराने दिन नहीं भूले हैं, यही वजह है कि अक्सर गरीबों की मदद करते रहते हैं. उनका असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है.
रजनीकांत 60 की उम्र के बाद भी हीरो हैं, उनका जलवा कम नहीं हुआ, बल्कि बढ़ ही रहा है.
रजनीकांत को साल 2000 में भारत सरकार की तरफ से पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था