आज के समय में गैस सिलेंडर सभी के घरों में होता हैं लेकिन कोई जानता हैं इस पर यह नंबर क्या हैं जो हर सिलेंडर पर लिखें होते हैं?
दरअसल ये नंबर किसी भी सिलेंडर के फिसिकल टेस्ट(भौतिक जाँच) की दिनांक को इंगित करता हैं।अर्थात कोई सिलेंडर ज्यादा उपयोग में लेने से डैमेज हो जाता हैं जिसके फलस्वरूप इसकी जाँच करना अनिवार्य होता हैं।
अगर किसी सिलेंडर पर A-22 लिखा हैं तो वह जनवरी से मार्च २०२२(2022) के मध्य फिजिकल रूप से एक्सपायर हो जायेगा।तब इसकी जाँच की जायेगी और पता लगाया जायेगा कि यह दूबारा उपयोग में लेने लायक हैं या नहीं।
सिलेंडर पर नंबर इस प्रकार से लिखें होते हैं।जिनका मतलब इस प्रकार होता हैं।
- A:-जनवरी-मार्च
- B:-अप्रैल-जून
- C:-जुलाई-सितम्बर
- D:-अक्टूबर-दिसबंर
तथा पीछे के अंक सत्र को बताते हैं कि किस साल में इसकी जाँच होना आवश्यक हैं।
सिलेंडर के नीचे कुछ छेद होते हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हों।यह लगभग 6 छेद होते हैं।क्या आप जानते हैं कि इनको सिलेंडर के नीचे बनाने के पीछे क्या उद्देश्य है
किसी भी सिलेंडर में सबसे बड़ी समस्या उसका तापमान हैं।चूंकि सिलेंडर में LPG(द्रवित पेट्रोलियम गैस) भरी होती हैं तथा गर्मियों के दिनों में तापमान अधिक होने की वजह से सिलेंडर फट भी सकते हैं।इस वजह से इनके नीचे इन छिद्रों को बनाया जाता हैं ताकि हवा का आवागमन हो सकें और तापमान में गिरावट हो सकें।जिससे सिलेंडर का तापमान संतुलित रहें।
घरों में सिंक का इस्तेमाल तो सभी जन करते हैं।और इस पर बने छेद को भी देखा होगा।
इस छेद को बनाने का उद्देश्य यह हैं कि गलती से कभी नल खुला रह जाये तो कहीं पूरे घर में पानी नहीं भरे इसलिए इस छेद को बनाया जाता हैं ताकि पानी यहां से होकर निकल सके।
यह मुख्य रूप से पानी की निकासी के लिए बनाया जाता हैं