क्या आपको भारत के 5 सबसे खूंखार और खतरनाक गैंगस्टर के बारे पता है ?

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दोस्तों, वैसे देखा जाए तो पूरी दुनियाभर में क्राइम होता है लेकिन इस क्राइम में कुछ देशों की सरकारें जल्दी ही सख्ती से इनके दोषियों को पकड़ने में कामयाब हो जाती हैं।

लेकिन आपको बतादें की कुछ देशो में इसको रोकने के बहुत समय लग जाता है। ठीक ऐसे ही भारत में पिछले कुछ सालो में कुछ इलाकों में डाकुओं की दहशत हुआ करती थी वैसे तो इन पर बहुत समय पहले ही काबूू पाया जा चुका है। लेकिन आपको बतादें की आज हम कुछ ऐसे ही मशहूर और खतरनाक डाकुओं के बारे में बात कर रहे हैं जिनका नाम सुनते ही लोग डर के मरे पसीना पसीना हो जाते थे….

1. निर्भय सिंह गुर्जर

बतादें की साउथ में चंबल का इलाका कभी डाकुओं का गढ माना जाता था। इसलिए इन सभी इलाको के बारे में कहा जाता है कि लोग इस इलाके से निकलते समय बहुत डरते थे। आपको बतादें की इसके पास बहुत हथियार थे और कई डकौतियों को भी यह अंजाम दे चुका था। लेकिन इसकी बढती दहशत को देखते हुए साल 2005 में पुलिस ने इसका एनकाउंटर कर दिया।

2. फूलन देवी

आपको बतादें की अपने हालात से मजबूर होकर फूलन देवी ने डाकू का सहारा लिया और दहशत भी फैलाई। बतादें की साल 2001 में किसी अनजान व्यक्ति ने इसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। बतादें की फूलन देवी की जिंदगी पर कई डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी बन चुकी है।

3. वीरप्पन

आपको बतादें की साउथ इंडिया में वीरप्पन का नाम सुनते ही पुलिस और जनता दोनों ही बेहद ज्यादा परेशान हो जाते थे। ऐसे में वीरप्पन बहुत ज्यादा खतरनाक डाकू था जिसका केरल और तमिलनाडू के जंगलों में पूरा दबदबा था।

वैसे आपको बतादें की इसके ऊपर 920000$ का इनाम भी रखा गया था। आपको बतादें की वीरप्पन ने अपनी पूरी फौज भी बना रखी थी। बाद में कई सालों तक वह पुलिस और मिलिट्री से बचता भी रहा लेकिन साल 2004 में एनकाउटर में उसको मार दिया गया।

4. मानसिंह डाकू

आपको बतादें की मानसिंह डाकू अमीर लोगों की डकैती करके गरीबों का बीच पैसा बांट देता था। लेकीन आपको बतादें की मानसिंह गरीबो के बीच मशहूर डाकू था। लेकिन आपको बतादें की उसने पुलिस के नाक में दम कर के रखा था। बतादें की इस डाकू को साल 1995 में फांसी की सजा दे दी गई। आपको बतादें की खेरा राठौड इलाके में मान सिंह का एक मंदिर है, जहां उसकी पूजा तक कि जाती है।

5. सुल्ताना डाकू

वैसे आपको बतादें की अमीर लोग गुनहगार लोगों की लूट करके यह गरीबो की मदद करता था। लेकिन ब्रिटिश सरकार ने नजीबाबाद में फांसी भी दे दी थी। बतादें की यह डाकू गरीब लोगों का मसीहा भी माना जाता था लेकिन इसकी दहशत से कोई इसके सामने सिर भी नहीं उठा पाता था।