इतिहास की सबसे बड़ी बदनसीब रानी

0
185

आज हम मिस्र के पिरामिड के बारे में बात नहीं करेंगे बल्कि एक ऐसे साम्राज्य के बारे में चर्चा करने वाले हैं इसमें मिस्त्र के इतिहास में अपना योगदान दिया हुआ है हम बात करने जा रहे हैं मिस्त्री के शासन में 18वीं कि जो सबसे अच्छी सदी पहले तक मित्र पर राज करती हुई थी जिस वजह से यह साम्राज्य सबसे ज्यादा चर्चे में आया हुआ था यही की रानी अनेकसेनामूहन जिससे कुछ इतिहासकार दुनिया की सबसे बदनसीब रानियों में से एक है।

इस कहानी की बात करें यह कहानी शुरुआत होती है मिस्त्र के उस समय के राजा अखानातेन के साथ जब यह राजा बना था उनका काम किसी को पसंद ही नहीं आ रहा था क्योंकि उसने यह आदेश दिया हुआ था कि जब सिम मिस्त्र में किसी भी देवता की पूजा नहीं होगी बल्कि सिर्फ और सिर्फ सूर्य देवता की ही पूजा होगी इसके अलावा यह राजा काफी रंग ही मिजाज के थे उनका नाम मिस्त्र के अय्याश राजाओं के तौर पर आज भी लिया जाता है उस समय के राजघरानों में सगे भाई बहनों की शादी करवाने का रिवाज हुआ करता था ऐसा इसलिए ताकि राजघरानों में कोई बाहरी व्यक्ति दाखिल यानी कि अंदर ना आ सके।

इसी बात पर इस राजा ने भी अपनी बहन से की थी शादी जिससे उनको तीन बेटियां और एक बेटा हुआ तीनों बेटियों में से सबसे सुंदर बेटी थी अनेक सेना मून जिस पर उसके बाप की नजर पड़ी थी ऐसा कहा जाता है कि इस राजा ने अपने 15 16 साल की बेटी का खूब शोषण किया था 45 वर्ष की अवस्था में इस गुरुर 82 राजा का हो गया निधन।

उसके बाद बात करें तो 9 वर्षीय बेटी को गद्दी पर बिठाया गया दिखने में बेहद कमजोर और मरियल टाइप का दिखाई देता था इसके बावजूद उसे गद्दी पर बिठाया गया जल्दी ही उसकी शादी उसकी सगी बहन 17 साल की बहन के साथ उसकी शादी करा दी गई।

दोनों की शादी के बाद लेकिन तूतनखामेन किसी भी तरह से अपनी पत्नी के लिए वह लायक नहीं था हालांकि उसे शासनकाल में जनता को ज्यादा सुख नहीं मिला था राजगद्दी पर बैठने के बाद अपने पिता द्वारा की गई जुल्म की कुछ हद तक भरपाई कर ही दी ऐसा बताया जाता है कि बल्कि भी खुश नहीं थी उनकी दो संतान हुई और दोनों ही मरी हुई पैदा हुई थी बताया जाता है कि वह दिनों ही संतान इसलिए उनके स्वयं ही उनको जहर दे दिया 18 वर्ष की अवस्था में पहुंचे तक बीमार रहने लग गए और उनका निधन हो गया जब मिस्त्र के साम्राज्य की रक्षा का जिम्मा अनेक सेना मून पर आया।

राजा की मृत्यु होने के बाद ही साम्राज्य पर अधेड़ उम्र के व्यक्ति कर दिया हमला तुरंत प्रभाव के से खुद को राजा घोषित करने की कोशिश की थी लेकिन उस समय अधेड़ उम्र के लोगों को राजगद्दी पर बैठने नहीं दिया जाता था राजगद्दी से ज्यादा जिस में रूचि थी वही थी यह रानी रिश्ते में संघ लगता था इन दोनों के बीच राजा और रानियों के बीच अपने ही सगी दोहरी री से शादी करना चाहता था।

लेकिन अपनी जिंदगी से परेशान रानी या नहीं होने देना चाहती थी इसलिए उन्होंने पड़ोसी शक्तिशाली हरदी साम्राज्य के राजा को पत्र लिखा जिसमें उसने कहा कि यदि साम्राज्य के राजा मिस्त्र के साम्राज्य के की रक्षा करते हैं तो वह अपने बड़े बेटे से शादी करने को तैयार हैं हत्या थी के राजा ने वह प्रस्ताव कर लिया स्वीकार अपने बड़े बेटे को मिस्त्र के साम्राज्य की रक्षा करने के लिए भेजा लेकिन आया को इस बात की खबर लग गई और उसने बीच रास्ते में ही उसे राजकुमार को मार दिया।

जिसके बाद यह क्रूर शासक रातों-रात मिस्त्र के शक्तिशाली साम्राज्य पर हमला कर ही दिया और जैसे जबरदस्त पूर्वक रानी से शादी कर ली रानी अभी भी होने नहीं देना चाहती थी लेकिन अब उनका कोई वश नहीं रह गया था जिसके बाद जिंदगी के कुछ वर्ष बिताने के बाद ही रानी की मृत्यु हो गई जिस वक्त उनकी मृत्यु हुई वह महज 25 साल की ही थी इसने जिंदगी में वह उतार-चढ़ाव देखे थे शायद इतिहास में आज तक किसी भी रानी में इस प्रकार का उतार-चढ़ाव नहीं देखा है रानी की मृत्यु की वजह क्या थी यह भी किसी को पता ही नहीं है।