ेखिए इलेक्ट्रॉनिक्स की जो चीजें हैं वह कभी भी आपको सस्ता नहीं खरीदना चाहिए। अब इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप सस्ते चीजों को ही महंगे दाम पर खरीद ले। इलेक्ट्रॉनिक्स में आप हमेशा महंगी चीजों का ही चुनाव करें क्योंकि महंगी चीजों के अंदर जो कंपोनेंट लगे होते हैं वह अच्छी क्वालिटी के होते हैं देखिए इलेक्ट्रॉनिक्स के जो चिप बने होते हैं उनमें ज्यादातर दो मटेरियल यूज़ होते हैं पहला सिलिकॉन और दूसरा जर्मेनियम। सिलिकॉन से बने हुए जो कंपोनेंट होते हैं उनका working temperature 175℃ जबकि जर्मेनियम का working temperature 85℃ होता है सस्ती क्वालिटी के सामान में जर्मेनियम प्रयोग होता है। इलेक्ट्रॉनिक्स के मामले में आपको कभी भी पैसा नहीं बचाना चाहिए।
कुछ लोग ये बात कर रहे है किया सस्ती और महंगी चीजों मे क्वालिटी का कोई फर्क नहीं पड़ता।आप एक बात बताइये एक ही प्रोडक्ट आप किसी लोकल ब्रांड का ख़रीदे और वही प्रोडक्ट phillips, havells या बजाज का खरीदे दोनो में एक जैसी quality,life span,performance aur durability मिल पाएगी।ये जवाब मैंने अनुभव के आधार पर लिखा है।ये जवाब केवल इतना ही बताता है हमे इलेक्ट्रॉनिक के मामले में हमे quality और पैसा दोनो पर ध्यान देना चाहिए और दोनो एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।
मैने एक कहावत सुनी थी ‘महंगा रोये एक बार सस्ता रोये बार -2’ ये बात यहाँ बिल्कुल सटीक बैठती है।
कुछ दोस्त यहां सिलिकॉन और जेर्मेनिम पर काफी जोर दे रहे है।उनकी बात सही है आज कल जेर्मेनिम का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक में काफी सीमित हो गया है।इलेक्ट्रॉनिक में प्राइस को तय करने का एक मानक प्रयाप्त नहीं है।इसके लिए प्रोडक्ट की design,drawing और R&D काफी हद तक जिम्मेदार है।इस बात के लिए मैं क्षमा चाहता हूँ।